Priyanka06

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लेखनी कहानी -16-Mar-2023 दुर्व्यवहार

दुर्व्यवहार मत करना सदा,
व्यवहार में रखना मधुरता।

जब हम करें दुर्व्यवहार,
रिश्तो के टुकड़े होते हजार।

करता दिल पर वार,
सारी हदें हो जाती पार।

दुर्व्यवहार होता कीचड़ समान,
जब दूसरे पर लगाते होता अपमान।

ना कर पाता वह बर्दाश्त,
आपे से हो जाते बाहर।

ना  कहो अपशब्द तुम,
ऐसे शब्द बनते खंजर।

चमन बन जाता बंजर,
दुर्व्यवहार से बनते कैक्टस।

अपनाओ सु व्यवहार,
हमेशा जीवन में हो त्यौहार।

आएगी फूलों की बौछार,
जीवन में होगी खुशियों की सौगात।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
नॉनस्टॉप प्रतियोगिता 2022 भाग 47

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1 Comments

अदिति झा

16-Mar-2023 08:25 PM

Nice 👍🏼

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